अन्तः सलिला का अर्थ
[ anetah selilaa ]
अन्तः सलिला उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह नदी जिसके जल का प्रवाह भीतर हो और बाहर से दिखाई न दे:"सरस्वती, फल्गु आदि अंतस्सलिला हैं"
पर्याय: अंतस्सलिला, अन्तस्सलिला, अंतः सलिला
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- फल्गू बरसात में तो उफनाई हुयी दिखीं मगर शेष माहों में खासकर गर्मी में तो पूरी तरह अन्तः सलिला हो जाती हैं . ...
- इसलिए साहित्यिक पत्रकारिता भी यदि राजनीतिक विचारों से ओत-प्रोत थी तो राजनीतिक पत्रकारिता में भी साहित्य की अन्तः सलिला बहा करती थी .
- संस्कृति वह अन्तः सलिला सरस्वती है , जो चिरकाल से लोगों को पावन करती चली आई है और अनन्त काल तक पावन करती चली जायेगी।
- वैदिक संस्कृति वह अन्तः सलिला सरस्वती है , जो चिरकाल से लोगों को पावन करती चली आई है और अनन्त काल तक पावन करती चली जायेगी।
- छोड़े इन सब बातों को मुद्दे की बात करे उस अन्तः सलिला फल्गु की बात करे जो वर्षो से इस गयाजी की आन बान शान रही है . ....
- समाप्त होना था यह आवागमन अचानक प्रहार की तरह , एक दिन नीली आँखों वाली नदी एकाएक लुप्त हो गयी अपनी ही तलहटी में - हो गयी वह अन्तः सलिला , तमाम खोई हुई नदियों की तरह
- श्रृंगार की उत्तुंग शिलाओं में लुकती-छिपती भक्ति की अन्तः सलिला जीवन-संध्या के तट पर आकर भागीरथी का जो रूप धारण कर लेती है , उसका पावन जल भक्ति और रीतिकाल के अनेक कवियों के काव्य-घटों में छलकता हुआ दिखाई पड़ता है।
- बगल ही फल्गू नदी बह रही थीं जहाँ जाकर पिंडों का अंतिम अर्पण-निस्तारण किया जाता है . फल्गू बरसात में तो उफनाई हुयी दिखीं मगर शेष माहों में खासकर गर्मी में तो पूरी तरह अन्तः सलिला हो जाती हैं ....कहते हैं कभी राम लक्ष्मण और सीता भी यहाँ राजा दशरथ के तर्पण (तृप्ति) के लिए पिंड दान देने आये थे ..